बिजनेस प्लान कैसे बनाए Businesses प्लान बनाने से पहले कुछ बातों का हमे विशेष खयाल रखना चाहिए- सर्वप्रथम तो ये देखना है हम पहले से अगर कुछ छोटा मोटा काम कर रहे है या जैसा भी व्यवसाय कर रहे है, उस बिजनेस ( Bussiness) को बेहतर कैसे बना कते है यानी जो हम कर रहे है उसमे अच्छी सफ़लता क्यों नही मिल रही है हम गलती कहा कर रहे है ये देखना बहुत जरूरी है। एक सबसे बडी बात ये भी आपके व्यवसाय में जब भी आप शुरू करते है उसके आय व्यय का हिसाब आपके पास होना चाहिए,यानी की ये देखना जरुरी है कि आप ने कितने फायदा कमाया या कितना नुकसान गया, कितना उसपर खर्च आया और कितना लास्ट में बचा है,ये देखना बहुत जरुरी है। जिस काम को कर रहे हो या शुरू करना चाहते हो उसमे ये देखना आवश्यक है की उसे हम दुसरे से बेहतर या दूसरों से अलग कैसे कर सकते है या ग्राहक के समक्ष प्रस्तुत कैसे कर सकते है जिससे वो दूसरों से अलग दिखे। व्यवसाय शुरू करने की लिए निजी भवन या बिल्डिंग की जरूरत नही होती है, आप इसके किराए में ही वहा बेहतर कर सकते हो इसलिए ये विचार ना लाए की मेरे पास अच्छी बिल्डिंग नहीं है। बिजनेस ( Bussiness) हमेशा 1000 दिन म
Adulteration|मिलावट क्या होती है?
किसी भी वस्तु जो खाने की हो सकती है या किसी भी उच्च गुणवत्ता युक्त चिज में हल्की गुणवत्ता वाली चिज को मिलाकर लाभ कमाने के उद्देश्य से बेचा जाता है,वो मिलावट( adulteration)होती है।मिलावट होने से वास्तविक वस्तु की गुणवत्ता में कमी आ जाती है जिससे या तो वह कम किमत या फिर नुकसान दायक बन जाती है जिससे गुणत्ता विहिन हो जाती है।जब वस्तु को कम किमत में बनाकर उसे उच्च गुणवत्ता युक्त वस्तु के बराबर बेचकर लाभ कमाने का प्रयास किया जाता है,जो मानव के लिए नुकसान दायक होता है।गुणवत्ता को कमजोर कर देती है(adulteration) मिलावट।
जिस प्रकार से दूध में पानी मिलाकर दूध का गुणवत्ता को कम किया जाता है ,वो मिलावट होती है ,यानी शुद्ध शब्दों किसी भी वस्तु में की गई मिलावट(adulteration) गुणवत्ता विहिन होती है।
Adulteration|मिलावट के प्रकार
मिलावट (adulteration)कई प्रकार से की जा रही है,जैसे मिर्ची पावडर में,हल्दी ,दूध आदि चिजों में लाभ कमाने के उद्देश्य से मिलावट की जा रही है,मानव ही मानव के शरीर के नुकसान के लिए कुछ फायदा कमाने के उद्देश्य से खिलवाड़ कर रहा है।दुकानदारों को कुछ फायदे के लिए अधिकतर चिजों में मिलावट( adulteration)कर रहे हैं ।दूध को सिंथेटिक(नकली) दूध बनाकर बेचा जाता है,ये सब गैरकानूनी रहते है,उसके बावजूद लोग इस प्रकार का लाभ कमाने के उद्देश्य से मिलावट करते रहते हैं।
Adulteration|मिलावट से क्या क्या नुकसान ह़ोते हैं?
मिलावटी चिजों के खाने से बहुत सारी बिमारियों का जन्म होता है,चर्मरोग,पाईल्स ,बवासीर जैसी बीमारियां पहले बहुत कम होती थी ,जो वर्तमान में अधिकांश लोगों में देखी जा रही है जिसका कारण कही ना कही मिलावटी चिजों का सेवन करने से हो रहा है।मिलावट करने से शरीर को स्वस्थ रखने के लिएआवश्यक पोषक तत्व की जगह हानिकारक वस्तु मिलने से शरीर में विभिन्न प्रकार की बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है।इसलिए हमें मिलावट(adulteration) रहित शुद्ध चिजों का सेवन करना चाहिए।
Adulterationमिलावट को कैसे रोका जा सकता है?
मिलावट बाजार में फैली बीमारी है जिसे जड़ से समाप्त करना अत्यन्त आवश्यक है।इसके लिए प्रत्येक नागरिक का दायित्व होता है कि इस प्रकार के कार्य की सूचना अगर हमें कही भी मिलती है तो प्रशासन को सूचना देकर उक्त के खिलाफ कार्यवाही करवानी चाहिए ताकि वह मानव जाति को मिलावट से होने वाले शारीरिक रोगो से उनके ळरीर की रक्षा हो सके ।मिलावटी चिजों का पता करने के लिए परिक्षण केन्द्र में सेंपल लेजाकर भी जांच करवा कर भी हम पता लगवा सकते हैं कि किस कंपनी की वस्तुओं में मिलावट( adulteration)आ रही है,या बहुत सारी सारी चिजों के प्रेक्टिकल हम घर पर भी कर सकते हैं,जैसे हम दो डिस्पोजल लेते हैं,दोनो डिस्पोजल में बराबार पानी भर लेते हैं,उसके बाद दो अलग अलग कंपनियों की मिर्ची की कुछ मात्रा में पानी भरे डिस्पोजल में डाल देते हैं,चम्मच की सहायता से अच्छे से दोनों प्रकार की मिर्ची को हिला लेते है,अब कुछ देर बाद दोनों मिर्ची वाले पानी को अच्छे से छान लेते हैं,अब हम देखते हैं कि जिस डिस्पोजल वाली मिर्च में मिलावट(adulteration) यानी कलर होगा वो पानी मिर्च के कलर का हो जायेगा और जो मिर्च शुद्ध होगी उसमें पानी भी शुद्ध होगा।
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