Skip to main content

बिजनेस प्लान कैसे बनाए| Bussiness Plan kaise banaye

 बिजनेस प्लान कैसे बनाए Businesses प्लान बनाने से पहले कुछ बातों का हमे विशेष खयाल रखना चाहिए- सर्वप्रथम तो ये देखना है हम पहले से अगर कुछ छोटा मोटा काम कर रहे है या जैसा भी व्यवसाय कर रहे है, उस बिजनेस ( Bussiness) को बेहतर कैसे बना कते है यानी जो हम कर रहे है उसमे अच्छी सफ़लता क्यों नही मिल रही है हम गलती कहा कर रहे है ये देखना बहुत जरूरी है। एक सबसे बडी बात ये भी आपके व्यवसाय में जब भी आप शुरू करते है उसके आय व्यय का हिसाब आपके पास होना चाहिए,यानी की ये देखना जरुरी है कि आप ने कितने फायदा कमाया या कितना नुकसान गया, कितना उसपर खर्च आया और कितना लास्ट में बचा है,ये देखना बहुत जरुरी है। जिस काम को कर रहे हो या शुरू करना चाहते हो उसमे ये देखना आवश्यक है की उसे हम दुसरे से बेहतर या दूसरों से अलग कैसे कर सकते है या ग्राहक के समक्ष प्रस्तुत कैसे कर सकते है जिससे वो दूसरों से अलग दिखे। व्यवसाय शुरू करने की लिए निजी भवन या बिल्डिंग की जरूरत नही होती है, आप इसके किराए में ही वहा बेहतर कर सकते हो इसलिए ये विचार ना लाए की मेरे पास अच्छी बिल्डिंग नहीं है। बिजनेस ( Bussiness) हमेशा 1000 दिन म

किताबे हमारी अच्छी दोस्त होती है।

 किताबे हमारी अच्छी दोस्त है।

किताबें हमारे  जीवन का हिस्सा है,
कुछ कर गूजरने ने के बाद का किस्सा बनाती है।
जो अज्ञानी को ज्ञानी बना सकती है ,
जो गिरे हुए को उठा सकती है ।
ऐसी ताकत बिना हाथ पैर वाली है,
जो इंसानों की होती रखवाली है।
सिख जीवन की देती है ये,
कुछ कर  गूजर जा कहती है ये।
हमारी ये अच्छी दोस्त होती है,।
हर रास्ते का सहारा होती है।

पुस्तके हमारी दोस्त कैसे है?

 हमें जब किसी राह को आसान करना है ,उस राह से जूड़े अच्छे लोगों के द्वारा लिखी हुई पुस्तकों का अध्ययन करने पर हमारी सारी समस्याएं का सामाधान आसान हो जाता है,जब हमें लगता है हमारा साथ कोई नहीं दे रहा है मुझे मेरे जीवन में आगे बढ़ना है कुछ हासिल करना है उसके लिए सिख सबसे बड़ी कुंजी है जिसके माध्यम से हर रास्ते या हर बड़ी सफलता भी छोटी लगती है ,और वो सिख हमें पुस्तकों के अध्ययन के माध्यम से मिलती है ,जहां कोई साथ नहीं देता वहां ये हमें सिखाती है इसलिए कहते हैं ये हमारी एक अच्छी दोस्त होती है।

 पुस्तकालय वो जगह है जहां सम्पूर्ण सिख(learn) की दुकान है,जिस प्रकार की चिज( ज्ञान) हमें चाहिए ,वो उपलब्ध हो जाती है।ये वो दोस्त  है जो हमें ये बताती है कि क्या करने पर आपका भविष्य कैसा होगा,और क्या नहीं करने पर ऐसा होगा। ये हमें सिखाने का कार्य करती है,बदले में कुछ लेती नहीं है,इसलिए भी ये हमारी अच्छी दोस्त है,ये हमें सही दिशा दिखाने वाली सिख देती है इसलिए ये हमारी अच्छी दोस्त है। पुस्तकों के अध्ययन से हमारे अन्दर के ज्ञान का विकास होता रहता है,ये हमें भूत में घटित घटनाओं का विवरण प्रदान करके हमें भविष्य में होने वाली समस्याओं से अवगत करवाती है।

ये हमारे सफलता का राज भी होती है,हमें जब भी समय मिलता है,पुस्तकों को जितना हो सके अवश्य पढ़ना चाहिए।

कौन सी पुस्तक अच्छी दोस्त होती है?

हमारे जीवन को बेहतर बनाने के लिए हमें हमारे कार्यों से जूड़ी पुस्तकों का अध्ययन अति आवश्यक है जिस क्षेत्र में हम अपना भविष्य खोज रहे है,उससे जूड़ी पुस्तकों का अध्ययन करना चाहिए,ये जरुरी भी नहीं है कि आप जिस कार्य से जूड़े हो उसी के अनुरुप पुस्तकें पढ़े ,जीवन के उतार चढ़ाव में हमें सिख मिलती रही इस हेतु अन्य पुस्तकों का अध्ययन भी जरुर करना चाहिए। 

मेरे द्वारा भी जीवन का सफल और सुखी बनाने के लिए सप्ताह में एक पुस्तक का अध्ययन अवश्यक करता हूं,ताकि जीवन में कहां क्या घटित हुआ था या भविष्य में हमें कैसा करना है या वर्तमान में हमें कैसे जीना है। पुस्तक किसी भी उम्र के व्यक्ति हो अवश्य पढ़ना चाहिए ,इसमें उम्र का कोई बंधन नहीं है,जिस प्रकार सिखने की  कोई उम्र नहीं होती है उसी प्रकार इसमें में पढ़ने की कोई उम्र नहीं होती है,

जीवनी अवश्य पढ़नी चाहिए

हमें पुस्तकों के अध्यन में अच्छे सफल लोगों की जीवनी अवश्य पढ़नी चाहिए,क्योंकि उनका जीवन भी किस प्रकार से संघर्ष मय रहा है उसकी सिख  हमें मिलती रहे,उन्होंने जीवन में किन किन समस्याओं का सामना किया है,वो किस प्रकार से संघर्ष करते हुए जीवन में आगे बढ़ते हुए उन्होंने जीवन में सफलता प्राप्त की है।सबकी जानकारी हमें सफल लोगो की जीवनी का अध्ययन करने पर प्राप्त होती है।

जीवन में जब भी मैं अकेला महसूस करता हूं ,पुस्तकें मेरी साथी बनती है,तब मैं किसी सफल व्यक्ति की पुस्तक का अध्ययन करके मेरे सभी दु:खों को भूल कर फिर नयी ऊर्जा और उसी जोश के साथ अपने कार्य में लग जाता हूं। किताबें मेरे जीवन में मेरी सबसे अच्छी दोस्त है।


Comments

Popular posts from this blog

सेमिनार क्या होता है? Seminar Kya Hora H ?

 सेमिनार क्या होता है ? एक ऐसे अनुभवी व्यक्ति या व्यक्तियों के समुह द्वारा ऐसा आयोजन जिसमें किसी एक विषय को लेकर बुलाये गये व्यक्ति को उस विषय की समझ करवाने का कार्य जिस जगह होता है उसे सेमिनार कहा जाता है। जैसे आप एक विद्यार्थी हो और आपको आपके भविष्य को बेहतर बनाने के लिए एक आयोजन किसी व्यक्ति विशेष या संस्था के द्वारा रखा जाता है जिसमें अच्छे व्यक्ति को बुलाकर आपको भविष्य कैसे उज्जवल किया ये जानकारी दी जाती है तो इस पुरे आयोजन को ही सेमिनार कहा जाता है। सेमिनार में आप अच्छा सिख सकते हैं।जिससे आप जिस क्षेत्र में कार्य रत है उस क्षेत्र में बेहतर करने की ऊर्जा आपको मिल जाती है। सेमिनार के लाभ क्या है ? सेमिनार के बहुत सारे लाभ होते हैं। 1. सेमिनार में जाने से हमारे अन्दर ऊर्जा का संचार होता है। 2. सेमिनार आपके सभी संशय को दूर कर देता है। 3. इसके माध्यम से आपके भविष्य के कार्य की राह आसान हो जाती है। 4. यह आपके जीवन को सही दिशा में ले जा सकते हैं। 5. जो जीवन में असंभव रहता है उसे संभव बनाया जा सकता हैै। सेमिनार का महत्व  सेमिनार में हमारी उपस्थिति होने के कारण हम इतना कुछ सिख जाते हैं जि

वाहन किसे कहते हैं ?Vahan kise kahte h

 vehicle|वाहन किसे कहा जाता है। जो किसी वस्तु या शरीर को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने में सहयोग प्रदान करते हैं,वाहन कहलाते है।वाहन का उपयोग सामान्यत: व्यक्ति किसी जगह जाने के लिए या फिर किसी वस्तु को कही पर जो व्यक्ति की क्षमता से कही गुना ज्यादा वजन को कही पर भी कुछ ही समय में पहूंचाता है।वाहन बहुत ही उपयोगी साधन है।यह सामान्यत: पेट्रोल,डिजल या गैस से चलने वाले साधन होते हैं।   सभी वाहन अलग अलग प्रकार के होते हैं,किसी वाहन तीन पहिया तो कोई वाहन दुपहिया या चार पहिये वाले वाहन भी रहते हैं।कुछ वाहन आकाश में उड़ने वाले है तो कुछ पानी में तैरने वाले भी रहते है। VEHICLE(वाहन के प्रकार) वाहन (vehicle) कई प्रकार के होते हैं, 1. कुछ वाहन(vehicle) जो एक स्थान से दूसरे स्थान पर सवारी को ले जाते हैं जैसे -बस ,मोटरसाईकिल,जहाज,साईकिल,कार, जीप आदि। 2. कुछ वाहन(Vehicle)वजनी माल को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने का कार्य करते है। जैसे ट्रेक्टर,ट्रक,लोडिंग वाहन इनके अन्तर्गत आते है। VEHICLE|वाहन को चलाते समय क्या सावधानी रखनी चाहिए। किसी भी वाहन को चलाते समय हमें बहुत सारी बातें है जिन्हें ध

एक आदर्श व्यक्ति कैसे बनें? | How to become an ideal person?

एक आदर्श व्यक्ति कैसे बनें?|How to become an ideal person? अपना व्यक्तित्व ही व्यक्ति की पहचान होती है। व्यक्ति जितना अधिक अपने आचरणों में परिवर्तन लायेगा,वैसा ही उसका आचरण होता जायेगा,जिस प्रकार से उसका आचरण रहेगा,उसका कद भी वैसा ही बढ़ता व घटता रहेगा।एक आदर्श व्यक्ति में कई प्रकार के गुण विद्यमान रहते हैं।एक आदर्श व्यक्ति बनने के लिए हमें अपने आप को तैयार कर बहुत सी खुशियों को त्याग कर अनुशासन के साथ जीवन जीना होता है ।अनुशासनात्मक व इमानदार व्यक्तित्व ही आपको एक आदर्श व्यक्ति बना सकते हैं।  आदर्श व्यक्ति में क्या क्या गुण होने चाहिए? आदर्श व्यक्ति में बहुत सारे गुणों का समावेश होता है।कुछ की जानकारी इस प्रकार है। 1.एक आदर्श व्यक्ति हमेंशा सत्य बोलते हैं,मिथ्या शब्द से कोसो दूर रहते हैं। 2.हमेशा ईमादार रहकर ईमानदारी से कार्य करते हैं। 3.एक आदर्श व्यक्ति समय के पाबंद रहते हैं,जिस समय पहूंचना है उसी समय पर पहूंचते हैं। 4.वचन के पक्के होते है।अपनी बात पर अटल रहते है। 5. हमेंशा दूसरों का सुख देखना पसंद करते हैं,स्वयं के कारण किसी को दु:खी नहीं करते हैं। 6.सभी को साथ लेकर चलते हैं,ऊंच