सुकून के पल क्या होते हैं?What is moments of peace
जब हमें किसी प्रकार के तनाव मुक्त जीवन में रहना है तो ये सुकून के पल ढूंढना होंगे।ये हमेंशा ऐसी जगह हमें मिलेंगे जहां पर कोई व्यक्ति ना हो।शांत वातावरण हो,व हमारे अलावा कोई ना हो व मोबाइल का प्रयोग बिल्कुल ना हो,ऐसे स्थान पर बैठकर गहरी सास लेकर ध्यान में बैठकर आराम से मन को एकाग्र करके ध्यान लगाने से हमारे मन को शांति मिलती है।धीरे धीरे बार बार ऐसा करने से मन को एक सुकून सा मिलने लगता है। मन को वहां जाते ही हमेंशा की तरह सुकून मिलने लगता है।जब भी कही जाओगे,उन सुकून के पल की याद आयेगी।
सुकून के पल शायरी
जब भी ढूंढता हूं जिन्दगी में, सुकून के पल कहा मिलते हैं।मन के मोती मन में रहते ,जीवन में हर फूल खिलते हैं।देख जमाना दिवाना होगा तेरा,क्या जीवन को समझ ले तू सुकून से ।हमारी आत्मा हमारा मन है तेरा ,जब ही मिले ,दिल गवाही दे कर बोले आ जी ले दो पल तू भी सुकून से।
सुकून के पल कहा कहां मिलते हैं ?
जब पति व पत्नि में एक दूसरे के प्रति द्वेश भावना को छोड़कर या सार्वजनिक रुप से एक दूसरे के प्रति सम्मान का भाव जब जगता है तो वो सूकुन के पल एक दूसरे को असीम आनंद की अनुभूति होती है।
जब पुत्र का पिता के प्रति सम्मान बढ़ता है या पिता के द्वारा दिये गये आदेशों की पालना होती है तो वह पुत्र के प्रति या पिता का पुत्र के प्रति पुत्र के गुणों को देखकर जो सम्मान की अनुभूति या सुकून के पलों का आनन्द होता है वह किसी भी पल से कम नहीं होता है।ये कुछ पल मैंने आपको बताये है, जिनका जीवन में प्रभाव पढकर सुखद आनन्द की अनुभूति करते हैं।
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