दो दिलों का रिश्ता कैसा होना चाहिए दो दिलों का रिश्ता डाली और फूल सा होता है, फूल टूट जाय तो डाली सुखी लगती है, फूल खिल जाय तो वही डाली खुबसुरत लगने लगती है, उसी प्रकार रिश्ते में भी दोनों दिलों का महत्व होता है एक ओर से निभाने वाले दिल के रिश्ते कभी ज्यादा नहीं चल पाते है क्योंकि वो दिल से नही दिमाग से निभाए जाते थे। इसलिए दो दिलों का रिश्ता ऐसा मजबूत होना चाहिए कि एक के बिना दुसरे का काम नही चल सकता है। दो दिलों का रिश्ता एक खूबसूरत एहसास है जब रिश्तों को किसी प्रकार से तोलने का प्रयास करोगे तो कभी आप बराबर तोल नही पाओगे क्योंकि ये रिश्ते एहसास से नापे जाते है, एहसास ही वो चीज़ है जिससे आपके रिश्ते की मजबूती पता चलती है।
जीवन में अनुशासन की आवश्यकता क्यों होती है?
जीवन में कुछ करने के लिए हमें अनुशासन की आवश्यकता होती है, अनुशासन हमारे स्वयं के लिए बहुत जरूरी है जिसके माध्यम से हम हमारे जीवन में नित नए बदलाव ला सकते हैं अनुशासन के माध्यम से ही हम बहुत कुछ कर सकते हैं। अनुशासन के माध्यम से हम हमारे शरीर को बदल सकते हैं जिसके माध्यम से हम हमारे शरीर को स्वस्थ रख सकते हैं जैसे प्रतिदिन समय पर उठना समय पर खाना यह अनुशासन के ही होंगे और समय पर हम किसी कार्य को करेंगे तो उस कार्य के परिणाम अच्छे आएंगे, हमें कहीं समय पर पहुंचना इस समय पर जो काम होते हैं उनके परिणाम आपको बहुत आगे तक ले जाते हैं ।
जीवन में अनुशासन बनाए रखने के लिए हमें हमारे जीवन में बहुत कुछ समझौते करना होते हैं, समझौते ही हमारे जीवन के अनुशासन को बढ़ाएंगे और हम अनुशासित जीवन जिएंगे इसके परिणाम बहुत अच्छे होते हैं।
जीवन में अनुशासन क्यों जरुरी है? jiwan me Anushasan kyu jaruri hai
जीवन में अनुशासन आपके व्यक्तित्व को दर्शाता है ,आपका व्यक्तित्व कैसा है आप किस प्रकार का जीवन जीते है आप किस प्रकार के आदमी है ये सब आपके अनुशासन से दिख जाता है | इस लिए जीवन में अनुशासन बहुत जरुरी होता है | आपको कार्य या फिर आपका कार्य की प्रगति भी आपके अनुशासन पर निर्भर हो जाती है | जैसा आप स्वयं को अनुशासित या हिन बनाते हो वैसे ही आपके कार्य और आपके बारे में लोगो की धरना और सोच उस अनुरूप हो जाती है | इसलिए जीवन में अनुशासन बहुत जरूरी होता है |
Comments
Post a Comment