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दो दिलों का रिश्ता कैसा होना चाहिए| Do Dilon Ka rishta

 दो दिलों का रिश्ता कैसा होना चाहिए दो दिलों का रिश्ता डाली और फूल सा होता है, फूल टूट जाय तो डाली सुखी लगती है, फूल खिल जाय तो वही डाली खुबसुरत लगने लगती है, उसी प्रकार रिश्ते में भी दोनों दिलों का महत्व होता है एक ओर से निभाने वाले दिल के रिश्ते कभी ज्यादा नहीं चल पाते है क्योंकि वो दिल से नही दिमाग से निभाए जाते थे। इसलिए दो दिलों का रिश्ता ऐसा मजबूत होना चाहिए कि एक के बिना दुसरे का काम नही चल सकता है।  दो दिलों का रिश्ता एक खूबसूरत एहसास है जब रिश्तों को किसी प्रकार से तोलने का प्रयास करोगे तो कभी आप बराबर तोल नही पाओगे क्योंकि ये रिश्ते एहसास से नापे जाते है, एहसास ही वो चीज़ है जिससे आपके रिश्ते की मजबूती पता चलती है।

अच्छे दोस्त की कहानी || Achhe dost ki kahani

 अच्छे दोस्त की कहानी 

दोस्तों जब आपने पहला मेरा ब्लॉग पढ़ा था उसमें एक कहानी का जिक्र किया था। उस लड़की जिसके बारे में विस्तृत जानकारी बताई थी। उससे में दोस्ती कर लेता हूं। वह लड़की अपनी जगह सही है लेकिन उसके स्वभाव को जब कुछ समय के लिए बात करना बंद कर देते है | फिर में सही से उसे समझ नहीं पाया था कुछ समय बाद फिर उसका कॉल आता है परन्तु मुझे  उसके अंदर कुछ सच्चाई सी दिख रही थी उसने जो उसके मन की बात शेयर करि, मुझे उससे उसके दिल का पता लगा जब उससे मेने कुछ ऐसा ही हंसी मजाक में कुछ बोलै तो उसने बुरा नहीं माना क्युकी वो दुनिया को समझ चुकी थी दुनिया कैसी है किस प्रकार से ये व्यव्हार करती है | वो एक लड़की होने के बाद भी जिस प्रकार की सोच रखकर कार्य कर रही थी उससे अन्य लड़कियों को सिख लेकर कार्य करने की आवश्यकता है | 
                                  वो स्वयं कार्य और ऑफिस को मैनेज कर रही है| उसकी इस प्रकार की सोच ने ही मुझे प्रभावित किया था | जो ग्रामीण क्षेत्रों में सोच है उसको चुनौती देकर आगे बढ़ने की सोच काबीले तारीफ है | 

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