Skip to main content

Posts

सच्चा प्रेम कैसा होता है?

 सच्चा प्रेम कैसा होता है  प्रेम को अगर देखा जाए तो वास्तविकता में उसे कोई परिभाषित नहीं कर सकते है, प्रेम एक ऐसा एहसास और अटूट बंधन है अगर सच्चा और दिल से किया गया प्रेम हो तो वो कभी खत्म नहीं होता है।   बहुत सारे लोग कहते है या सोचते है कि प्रेम था पर अब उससे नफरत होने लगी है, अब में उसकी शकल भी नहीं देखना चाहते है, असल में वो प्रेम था ही नहीं, जिसके बारे में सोचकर या उसे देखकर नफरत होने लगे या उसकी गलती के कारण भी नफरत होती है तो असल जिन्दगी में वो प्रेम था ही नहीं, जहां प्रेम होता है वहां ऐसे विचार ये शब्द ही नहीं होते है। इसलिए सच्चा प्रेम जीवन पर्यंत रहता है , जो अलग होने पर भी नफरत नहीं बस प्रेम दिखता है। प्रेम एक अटूट बंधन होता है।  प्रेम कभी भी कुछ घंटे या कुछ दिन या फिर कुछ सालों का रिश्ता या एहसास नहीं होता है,ये हमेशा के लिए शारीरिक इच्छा की पूर्ति के लिए नहीं वरन जिसको महसूस किए जाने वाले रिश्ते में बंधा हुआ एक प्यारा सा एहसास है। ये टूटने या कम होने जैसा बंधन या रिश्ता या एहसास नहीं है। मेरे हिसाब से प्रेम को परिभाषित ही नहीं किया जा सकता है, क्...
Recent posts

बिजनेस प्लान कैसे बनाए| Bussiness Plan kaise banaye

 बिजनेस प्लान कैसे बनाए Businesses प्लान बनाने से पहले कुछ बातों का हमे विशेष खयाल रखना चाहिए- सर्वप्रथम तो ये देखना है हम पहले से अगर कुछ छोटा मोटा काम कर रहे है या जैसा भी व्यवसाय कर रहे है, उस बिजनेस ( Bussiness) को बेहतर कैसे बना कते है यानी जो हम कर रहे है उसमे अच्छी सफ़लता क्यों नही मिल रही है हम गलती कहा कर रहे है ये देखना बहुत जरूरी है। एक सबसे बडी बात ये भी आपके व्यवसाय में जब भी आप शुरू करते है उसके आय व्यय का हिसाब आपके पास होना चाहिए,यानी की ये देखना जरुरी है कि आप ने कितने फायदा कमाया या कितना नुकसान गया, कितना उसपर खर्च आया और कितना लास्ट में बचा है,ये देखना बहुत जरुरी है। जिस काम को कर रहे हो या शुरू करना चाहते हो उसमे ये देखना आवश्यक है की उसे हम दुसरे से बेहतर या दूसरों से अलग कैसे कर सकते है या ग्राहक के समक्ष प्रस्तुत कैसे कर सकते है जिससे वो दूसरों से अलग दिखे। व्यवसाय शुरू करने की लिए निजी भवन या बिल्डिंग की जरूरत नही होती है, आप इसके किराए में ही वहा बेहतर कर सकते हो इसलिए ये विचार ना लाए की मेरे पास अच्छी बिल्डिंग नहीं है। बिजनेस ( Bussiness) हमेशा 1000 द...

जीवन को बेहतर कैसे बनाए। Jiwan Ko kaise Behatar Banaye

 जीवन को बेहतर बनाने के तरीके  दुनिया में हर व्यक्ति चाहता है की उसका जीवन बेहतर हो अच्छा हो, उसके जीवन में किसी प्रकार की कोई कमी ना रहे, उसे हर खुशी मिले , यह हर व्यक्ति की सोच रहती है।          अब सबसे महत्त्वपूर्ण ये है की हम इन सब को कैसे अच्छा कर सकते है, या जीवन को कैसे बेहतर बना सकते है। बेहतर जीना है तो हमे अपनी सोच बदलकर शुरुआत करनी चाहिए। हमारा स्वभाव ऐसा होता है कि हम अपने से ज्यादा पैसे वाले, अपनो से ज्यादा सुंदर या जो चीज़ हमारे पास नहीं है और वो चीज़ दुसरे के पास है या हमसे ज्यादा है या हमसे अच्छी है, तो हमारे मन में ये विचार चलते रहते है की हमारे पास ये नहीं इसके पास ये है,इस विचार से हम दुःखी या मन में अच्छा फील नहीं करने लगते है, तो इसके लिए हमे ये चाहिए कि हम इस प्रकार की तुलना या सोच ना रखते हुए ये विचार रखें कि जो हमारे पास है हम उसमे ही खुश है। जो है हमारे पास पर्याप्त है। तो हम थोड़ा तनाव मुक्त होकर अच्छा अनुभव करेंगे। यही तो बेहतर जीवन है दोस्तों। जीवन में बदलाव कैसे लाए जीवन में कुछ बढ़ा या अच्छा करना हो तो जैसे पहले जीवन चल रह...

अपनो के प्रति विश्वास कैसे बनाए रखे।

 अपनो के प्रति विश्वास कैसे बनाए रखे। vishwas kaise Banaye rakhe विश्वास एक ऐसा एहसास है जिसमें हमारे मन में व्यक्ति के प्रति 2 प्रकार से भावना जागृत होती है, जिस भावना में व्यक्ति स्वयं को सुरक्षित महसूस करता है, उस भावना को हम विश्वास कहते है जिससे हमारा भला होता है, दुसरे में असुरक्षित महसूस करते है, उस भावना में हमे भरोसा कम होता है, इसलिए हमारा मन ये मानता ही नहीं है कि हम इस पर भरोसा करे। इसलिए कार्य, भाषा या व्यवहार पर हमारा भरोसा निर्भर करता है।              हमारे विश्वास का आंकलन हमारे कार्य से या फिर हमारे व्यवहार और बोलचाल से पता लग जाता है, इसलिए हमारे भाषा में स्पष्टता और व्यवहार किसी को बुरा ना लगे ऐसा होना चाहिए जिससे हमारे उपर लोगो का भरोसा बड़ जायेगा।   विश्वास करना सीखो| Vishwas Krna Sikho विश्वास से बडी कोई चीज़ नहीं होती है, हमे विश्वास करना सीखना होगा, क्योंकि भरोसे पर पुरी दुनिया चलती है, भरोसे से ही सारे कार्य होते है, इसलिए हमे भरोसा करना सीखना होगा, हमारा मन क्या थोड़ा चंचल होता है, इतना जल्दी किसी बात पर भरोसा नही कर...

दो दिलों का रिश्ता कैसा होना चाहिए| Do Dilon Ka rishta

 दो दिलों का रिश्ता कैसा होना चाहिए दो दिलों का रिश्ता डाली और फूल सा होता है, फूल टूट जाय तो डाली सुखी लगती है, फूल खिल जाय तो वही डाली खुबसुरत लगने लगती है, उसी प्रकार रिश्ते में भी दोनों दिलों का महत्व होता है एक ओर से निभाने वाले दिल के रिश्ते कभी ज्यादा नहीं चल पाते है क्योंकि वो दिल से नही दिमाग से निभाए जाते थे। इसलिए दो दिलों का रिश्ता ऐसा मजबूत होना चाहिए कि एक के बिना दुसरे का काम नही चल सकता है।  दो दिलों का रिश्ता एक खूबसूरत एहसास है जब रिश्तों को किसी प्रकार से तोलने का प्रयास करोगे तो कभी आप बराबर तोल नही पाओगे क्योंकि ये रिश्ते एहसास से नापे जाते है, एहसास ही वो चीज़ है जिससे आपके रिश्ते की मजबूती पता चलती है।

अच्छी पत्नि की पहचान क्या है | Acchi Patni Ki Pahchan kya hai

 अच्छी पत्नि की पहचान पत्नि किसी की भी सबको अच्छी ही लगती है, परन्तु बात यह आती है कि अच्छी पत्नि की पहचान या हमारा जीवन साथी बनने की योग्यता रखने वाली पत्नि कैसी होना चाहिए , अक्सर ये देखने में आता है पुरुष वर्ग को ऐसी पत्नि चाहिए जो उनकी हर बात में हा करे, परन्तु वो गलत होता है पत्नि को भी स्वतंत्र विचार रखने की आजादी होना चाहिए। और एक अच्छी पत्नि की पहचान या अच्छी पत्नि में कुछ ये गुण महत्व पूर्ण होते है। अच्छी आदर्श पत्नि हमेशा बड़ो का सम्मान करती है, पति के माता पिता को अपने माता पिता समझती है। हमेशा पति के मन में या उसकी भावनाओ को बिना कहे समझने का प्रयास हो वो एक अच्छी पत्नि की पहचान है। पति के असफल होने पर उसकी ताकत बने वो अच्छी पत्नि है। पति के काम में हाथ बढ़ाए वो अच्छी पत्नि है| जब पति कहे सब कुछ अच्छा चल रहा है उसके बाद भी समझ जाय के सब कुछ ठीक नही चल रहा है,वो अच्छी पत्नि है। अच्छी पत्नी कैसे बन सकती हूं  अच्छी पत्नि बनने का ये तात्पर्य नही है की सौंदर्य प्रसाधनों से अपने शरीर की सजावट करना या शरीर को सुंदर दिखाकर सुंदर या अच्छी पत्नि बना जा सके। अच्छी पत्नि...

मजबूती से खड़े कैसे रहे| Majbuti से khade kaise rhe

 मजबूती से खड़े कैसे रहे ? जब तक हम अपने अन्दर के आत्मविश्वास जिंदा रख लेते है कहने का तात्पर्य है इसे कमजोर नहीं होने देते है तो हम किसी भी व्यक्ती के सामने मजबूती से खड़े हो सकते है। जब हम सत्य के साथ खड़े रहते है तो हम मजबूती से खड़े रह सकते है, अगर हमरे मन में कोई किसी के बारे में गलत नहीं सोचा है तो हम मजबूती से खड़े हो सकते है, अगर हम किसी भी परिस्थिति में सत्य का साथ देते है तो हम मजबूती से खड़े हो सकते है। इस तरह से हमारा आत्मविश्वास बढ़ता जायेगा और हम हर परिस्थितियों में मजबूती के साथ खड़े रह सकते है।  शारीरिक रुप से मजबूत कैसे बने? Sharirik Rup se Majbut Kaise Bane आम तौर पर देखा जाता है कि अत्यधिक लोगों के शरीर दुबले पतले होते है शारीरिक रूप से मजबूत नहीं होते है, या स्वप्न दोष के कारण या हस्त मैथुन के कारण शरीर को कमजोर कर लेते है।                  ऐसी स्थिति में व्यक्ति को जो जीम नही जा सकते है तो घर या जहा रहते है वहा रोड़ या कच्चे रास्ते में दौड़ या फिर व्यायाम योग के प्रतीदिन अभ्यास करने से, पुशअप या दंड बैठक य...