खुद को नियंत्रित कैसे रख सकते है | जीवन में हम हमेशा किसी कार्य को लेकर या कुछ ऐसा हमारे साथ गठित हो जाता है जिससे हम स्वयं को नियंत्रित नही कर पाते है | हम ऐसे परिस्थिति में कुछ गलत कदम उठा लेते है ऐसे में हमे क्या करना चाहिए | उसके लिए हम कुछ टिप्स आपसे शेयर करेंगे | हमे हमारी मनः स्थति को सय्यमित रखने के लिए हमे सबसे पहले धैर्य रखना चाहिए | धैर्य आपकी उस स्थति के परिणाम को कुछ अच्छी जगह पर ही लेकर ही जायेगा | इसलिए जब भी कुछ ऐसी विपरीत परिस्थितियां बनती है उसमे हमे घबराना नहीं चाहिए | हड़बड़ाहट में हम हमेशा कुछ न कुछ गलती कर बैठते है | इसलिए कुछ भी ऐसा होने पर या तो क्रोध को स्वयं पर हावी न होने दे या दुःख की परिस्थिति बनती है तो स्वयं को ऐसा फील होने से रोके की में अंदर से टूट चूका हु या अब में कुछ नहीं कर सकता हूँ | हमारे मन में उस कमी को जिसे हम पाना चाहते है या किसी चीज जिसे हमे पाने क लिए प्रयास किया था उसके खोने या कम होने पर मन में ये विचार लाना चाहिए की जो गया हे शायद वो हमारे लिए ठीक नहीं था मुझे जिंदगी उससे भी कुछ अच्छा देने जा रही है इसी लि
घूमने के फायदे बहुत सारे है| घूमने से तात्पर्य ये है कि हमे देश के विभिन्न क्षेत्रो का भ्रमण करना चाहिए | जिससे हमे देश में चलने वाले नए नए व्यवसाय और अलग अलग जगह की जानकारी मिलती है , जिसके बहुत सारे फायदे होते है | घूमने से व्यावसायिक फायदे घूमने से हमे ये पता रहता है की देश में किस प्रकार की चीज की आवश्यकता ज्यादा है | घूमने से हमे देश में लोगो को किस प्रकार की वस्तुए पसंद है उसकी जानकारी हमें मिलती है ,जिससे हम उनके अनुरूप व्यवसाय कर सकते है | घूमने के कारन हमें नए नए बिजनेस आईडीज़ मिलते है | देश विदेश में घूमने से हमें ये जानकारी में रहता है की हमे कोन सा व्यापार अधिक या हम कोन सा व्यापार आसानी से कर सकते है| घूमने से मानसिक रूप से कैसे फायदा होता है | घूमना स्वस्थ के लिए फायदेमन्द रहता है | हम जब भी नयी जगह घूमने जाते है तो हमें वहा हमेशा कुछ नया देखने को मिलता है | जिससे मन को ख़ुशी व आनंद की अनुभूति होती है ,मन आनंदित रहता है तो पूरा शरीर स्वस्थ रूप से हम मजबूत रहेंगे| घूमने से मन हल्का और किसी प्रकार का तनाव अगर रहता है तो उससे छुटकारा मिलकर जीवन को आनद के सा