दो दिलों का रिश्ता कैसा होना चाहिए दो दिलों का रिश्ता डाली और फूल सा होता है, फूल टूट जाय तो डाली सुखी लगती है, फूल खिल जाय तो वही डाली खुबसुरत लगने लगती है, उसी प्रकार रिश्ते में भी दोनों दिलों का महत्व होता है एक ओर से निभाने वाले दिल के रिश्ते कभी ज्यादा नहीं चल पाते है क्योंकि वो दिल से नही दिमाग से निभाए जाते थे। इसलिए दो दिलों का रिश्ता ऐसा मजबूत होना चाहिए कि एक के बिना दुसरे का काम नही चल सकता है। दो दिलों का रिश्ता एक खूबसूरत एहसास है जब रिश्तों को किसी प्रकार से तोलने का प्रयास करोगे तो कभी आप बराबर तोल नही पाओगे क्योंकि ये रिश्ते एहसास से नापे जाते है, एहसास ही वो चीज़ है जिससे आपके रिश्ते की मजबूती पता चलती है।
मनुष्य के जीवन में विचारों का महत्व
व्यक्ति अपने जीवन में हमेंशा कुछ ना कुछ करने के लिए आतूर रहता है।वह कैसे जीवन जीना चाहता है यह सब उसके विचारों पर निर्भर करता है ,उसकी सोच पर निर्भर करता हूं।व्यक्ति में हमेंशा संवाद के लिए विचारोपरांत की संवाद की महत्ता बढ़ जाती है।इसलिए बिना सोच विचारे की गई चर्चा हमेंशा जीवन में अहित या अपनों को चोट पहूंचाने जैसी होती है। इसलिए मनुष्य जीवन में जब भी हमैं चर्चा का अवसर मिले हमें अपने विचारों को स्थिर रखकर उन पर ही चर्चा करनी चाहिए।
सूविचारों का महत्व
व्यक्ति को या अपने सम्पर्क वाले को सबसे ज्यादा प्रभावित व्यक्ति के सुविचार होते है।हम किस प्रकार के विचारों से प्रभावित है हम अक्सर उन्हीं को जीवन में उतारने का प्रयास करता है।उसी के अनुरुप वो खाते है पिते है और उसी की तरह जीवन जीने लगते हैं ।इसलिए अगर व्यक्ति अच्छे सुविचारों को जीवन मैं उतारता है तो वह हमेंशा अच्छा ही और हमेंशा अच्छे लोगो को ही अपने पास पायेगा।इसलिए अपने अन्दर सुविचारों को जगह देना चाहिए।
सूविचारों से लाभ
जब भी हम किसी प्रकार के कार्यों के करने के लिए शुरुआत करने के लिए किसी से सम्पर्क करते है तो हमारे विचारों से प्रभावित होकर सामने वाले को प्रभावित करके अपने कार्यों को हम भली भांति और सरल तरिके से अच्छा कर सकते है जिससे हमारा कार्य भी आसान और जल्दी हो जाता है।हमारे विचारों के कारण ही हम जैसा सोचेंगे वैसे लोगो से सम्पर्क होगा और वैसा ही कार्य भी हमारा होगा इसलिए हमें जीवन में सूविचारों से परिपूर्ण लोगों के सम्पर्क में हमेंशा बने रहना चाहिए।जीवन जीना आसान और खूबसुरत लगने लगेगा।
अच्छे और बूरे विचारों का प्रत्यके व्यक्ति के जीवन में असर होता है ,जिसके परिणाम स्वरुप उसके कार्यों पर भी असर होता है इसलिए हमें अच्छे सूविचारों को जीवन में उतारना चाहिए।
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