Skip to main content

बिजनेस प्लान कैसे बनाए| Bussiness Plan kaise banaye

 बिजनेस प्लान कैसे बनाए Businesses प्लान बनाने से पहले कुछ बातों का हमे विशेष खयाल रखना चाहिए- सर्वप्रथम तो ये देखना है हम पहले से अगर कुछ छोटा मोटा काम कर रहे है या जैसा भी व्यवसाय कर रहे है, उस बिजनेस ( Bussiness) को बेहतर कैसे बना कते है यानी जो हम कर रहे है उसमे अच्छी सफ़लता क्यों नही मिल रही है हम गलती कहा कर रहे है ये देखना बहुत जरूरी है। एक सबसे बडी बात ये भी आपके व्यवसाय में जब भी आप शुरू करते है उसके आय व्यय का हिसाब आपके पास होना चाहिए,यानी की ये देखना जरुरी है कि आप ने कितने फायदा कमाया या कितना नुकसान गया, कितना उसपर खर्च आया और कितना लास्ट में बचा है,ये देखना बहुत जरुरी है। जिस काम को कर रहे हो या शुरू करना चाहते हो उसमे ये देखना आवश्यक है की उसे हम दुसरे से बेहतर या दूसरों से अलग कैसे कर सकते है या ग्राहक के समक्ष प्रस्तुत कैसे कर सकते है जिससे वो दूसरों से अलग दिखे। व्यवसाय शुरू करने की लिए निजी भवन या बिल्डिंग की जरूरत नही होती है, आप इसके किराए में ही वहा बेहतर कर सकते हो इसलिए ये विचार ना लाए की मेरे पास अच्छी बिल्डिंग नहीं है। बिजनेस ( Bussiness) हमेशा 1000 दिन म

Life insurance

 जीवन बीमा

जीवन के साथ व जीवन के बाद या यूं कहे मृत्यु होने के उपरांत भी जो हमारा(परिवार का)साथ देता है वो बीमा कहलता है।बीमा राशि जो व्यक्ति के प्रतिदिन या प्रतिमाह या प्रतिवर्ष  की आय का कुश अंश भविष्य के लिए सुरक्षा के रुप में जमा रहता है जो कुछ ब्याज या जिस कंपनी में  बीमा कंपनी ने पैसे लगा रखा है उस कंपनी के फायदे का कुछ अंश सब ग्राहको में वितरित होने वाली राशि जो बढ़कर हमें मिलती है ।जो हमारे भविष्य के कार्यों में कुछ सहायक होती है। बीमा जीवन को सुखी व खुशहाली किसी दु:ख के समय में लाने का कार्य भी करता है।


बीमा हमारे लिए क्यों जरुररी है?


बीमा हमारे जीवन के लिए अत्यंत जरुरी होती है।यह हमें जीवन की सुरक्षा प्रदान करता है,हमें जीवन की सुरक्षा प्रदान से हमें जीवन जीने की आजादी की खुशी मिलती है।परिवार में हमेंशा जीवन के लिए बीमाकर्ता के परिवार को अर्थ का सहयोग मिलता है जो अंश के रुप में जमा होकर भविष्य में अत्यधिक राशी होकर होकर एक साथ मिलती है ।जिससे परिवार में आर्थिक तंगी को दूर किया जा सकता है।या फिर बीमा का हमारे जीवन में इसलिए भी महत्व है कि किसी दुर्घटना में हमारी मृत्यु हो जाती है तो हमें जो बीमा की क्लेम राशी पूरा बीमा नहीं भरने के बाद भी परिवार के नामित व्यक्ति को मिल जाती है जिससे एेसे मुसिबत के समय में परिवार की मदद हो जाती है।



बीमा के लाभ


बीमा के कई प्रकार से लाभ होते है।हमारे द्वारा प्राप्त आय को हम हमेंशा सेविंग ना कर पा कर खर्च कर देते हैं।बीमा में एक ये चिज भी अच्छी है कि हमारे द्वारा प्राप्त आय का कुछ अंश थोड़ा थोड़ा करके ज्यादा राशी हो जाती है।ये एक हमारी धनराशी इकट्ठी करने का अच्छा माध्यम है।

किसी दुर्घटना में अगर परिवार के बिमित सदस्य की मृत्यू हो जाती है तो नामित  व्यक्ति को धनराशी प्राप्त हो जाती है।

कुछ दुर्घटना मे अगर अंग को नुकसान होता है तो हॉस्पिटल का सारा खर्च बीमा कंपनी उठाती है।

जिससे दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति पर अार्थिक भार नहीं पढ़ता है।वह कर्ज में ना डूब कर उसे आर्थिक रुप से नुकसान नहीं होता है।जिससे परिवार में आर्थिक तंगी नहीं आती है।

बीमा अगर छोटे बच्चों का करवाया है तो शादी की उम्र में उसे एक साथ राशी मिलने से वह शादी के खर्च से होने वाले कर्जे से मुक्ति कुछ हद तक मिलती है।इस प्रकार शादी के समय भी सहायता करता है।


भारतीय जीवन बीमा की बात करते हैं।

 मान लेते है मैंने भारतीय जीवन बीमा निगम में अपने बच्चे का बीमा करवाया है ।जिसका नाम शीवम है।हमनें उक्त कार्यालय में जाकर बीमाकर्ता से सम्पर्क किया।सम्पर्क करने पर उसनें LIC की जीवन तरुण-934 स्किम के बारे में बताया ।शीवम बालक 8 वर्ष का था ।17-18 वर्ष में उसका बीमा पूर्ण हो जायेगा।हमें राशि 12 वर्षों तक भरनी है।12 बर्ष के बाद 5-6 वर्ष तक आपको कोई किश्त जमा नहीं करना है फिर भी पॉलिसी आपकी सुरक्षा की ग्यारंटी प्रदान करेगी ।यानी बीमा आपका सतत रहेगा।18 वर्ष पूर्ण होने पर आपको जो बीमें की राशि है एक साथ मिल जायेगी ।सालाना आपको जीवन तरुण स्किम में 14717 रुपये की राशि जमा करवाना है। अगर आप किश्त को छ:माही करवाना चाहते है तो 7437 रुपये हो जायेगी ,ठीक एेसे ही आप अगर तिमाही या मासिक भी करवाना चाहते है तो आपकी किश्त हो जायेगी।जिस प्रकार से आपको भरने में सुविधा हो आप बीमा राशि को भर सकते है।आपके द्वारा कुल 180907 रुपये की राशी जमा करवाना होती है।आपकी मेच्यूरीटी कम्पलिट होने पर आपको 338600रुपये प्राप्त होंगे।बामा की राशी हमें एक साथ जिसके नाम से आप बीमा करवाना चाह रहे है वे एक साथ उसके खाते में जमा हो जाती है।


नामित व्यक्ति क्या होता है?


बीमा करवाते समय यह एक नाम अत्यन्त आवश्यक है जिसे हम नामित व्यक्ति( नोमिनी) कहा जाता है।बीमा धारक को यह निश्चितकर लेना चाहिए कि आप बीमाधारक के साथ जिस व्यक्ति को नामित व्यक्ति बना रहे है यह विश्वसवीय या परिवार का सदस्य ही बनाना चाहिए ।ताकि भविष्य में आप किसी प्रकार से बीमा पूर्णावधी के समय किसी समस्या का सामना ना करना पढ़े।

नॉमिनी में हम हमारी पत्नी या भाई बहिन या माता पिता या बच्चों के नाम भी दर्ज कर सकते है जिससे हमें अगर बीमा धारक के साथ दुर्घटना हो जाती है तो उस स्थिति में उस राशि का उत्तराधिकारी ये नामित व्यक्ति ही होता है।इस लिए सही नामित व्यक्ति का ही चयन करें।


बीमा करते समय क्या क्या सावधानियां रखनी चाहिए?


बीमा धारक को यह निश्चित कर लेना चाहिए कि हमारे द्वारा भरा गया फॉर्म सही तरिके से भरा जाना चाहिए,जैसे हमारे शरीर पर कौन सा निशान है,हमारे परिवार में कितने सदस्य है ,हमारे भाई कितने है,बहिने कितने है,बाल बच्चे कितने है।ये जानकारी आपकी पॉलिसी के लिए महत्वपूर्ण है।आपकी ऊंचाई कितनी है।क्योंकि क्या होता है कि जब बीमा की मेच्यूरिटी तारीख आने के पश्चात अगर आपके गांव या कस्बे में एक ही नाम व पिता के दो व्यक्ति रहते हैं और उस व्यक्ति ने बीमा राशी के लिए क्लेम किया है तो उक्त व्यक्ति की जांच होती है तब जांच में जो आपने फॉर्म भरा है उसका भी मिलान किया जाता है तब वो गलत आदमी पकड़ा जाता है और आपको बीमा की राशी मिल जाती है।अगर हम सही जानकारी नहीं भरते है तो वो दूसरे लोग आपका फायदा उठायेंगे।इसलिए बीमाधारक को ये बातें ध्यान रखना अति आवश्यक है।


बीमा किससे करवाना चाहिए?


आजकल देखने में आता है बहुत सारी कंपनिया इस बाजार में कार्य कर रही है और बहुत सारी कंपनियां कुछ समय चलकर बाजार से गायब हो जाती है जिससे बीमा करने वाले के पैसे डूब जाते है।इसलिए एक विश्वास पात्र और विश्वसनीय एजेॉट व विश्वनीय बीमा कंपनी से ही हमें बीमा करवाना चाहिए ,ताकि हमारा पैसा और हम सुरक्षित रहें। हमें किसी भी प्रकार की झूठी कंपनियों के चक्कर में आकर अपना पैसा बर्बाद नहीं करना हैं।

Comments

Popular posts from this blog

सेमिनार क्या होता है? Seminar Kya Hora H ?

 सेमिनार क्या होता है ? एक ऐसे अनुभवी व्यक्ति या व्यक्तियों के समुह द्वारा ऐसा आयोजन जिसमें किसी एक विषय को लेकर बुलाये गये व्यक्ति को उस विषय की समझ करवाने का कार्य जिस जगह होता है उसे सेमिनार कहा जाता है। जैसे आप एक विद्यार्थी हो और आपको आपके भविष्य को बेहतर बनाने के लिए एक आयोजन किसी व्यक्ति विशेष या संस्था के द्वारा रखा जाता है जिसमें अच्छे व्यक्ति को बुलाकर आपको भविष्य कैसे उज्जवल किया ये जानकारी दी जाती है तो इस पुरे आयोजन को ही सेमिनार कहा जाता है। सेमिनार में आप अच्छा सिख सकते हैं।जिससे आप जिस क्षेत्र में कार्य रत है उस क्षेत्र में बेहतर करने की ऊर्जा आपको मिल जाती है। सेमिनार के लाभ क्या है ? सेमिनार के बहुत सारे लाभ होते हैं। 1. सेमिनार में जाने से हमारे अन्दर ऊर्जा का संचार होता है। 2. सेमिनार आपके सभी संशय को दूर कर देता है। 3. इसके माध्यम से आपके भविष्य के कार्य की राह आसान हो जाती है। 4. यह आपके जीवन को सही दिशा में ले जा सकते हैं। 5. जो जीवन में असंभव रहता है उसे संभव बनाया जा सकता हैै। सेमिनार का महत्व  सेमिनार में हमारी उपस्थिति होने के कारण हम इतना कुछ सिख जाते हैं जि

वाहन किसे कहते हैं ?Vahan kise kahte h

 vehicle|वाहन किसे कहा जाता है। जो किसी वस्तु या शरीर को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने में सहयोग प्रदान करते हैं,वाहन कहलाते है।वाहन का उपयोग सामान्यत: व्यक्ति किसी जगह जाने के लिए या फिर किसी वस्तु को कही पर जो व्यक्ति की क्षमता से कही गुना ज्यादा वजन को कही पर भी कुछ ही समय में पहूंचाता है।वाहन बहुत ही उपयोगी साधन है।यह सामान्यत: पेट्रोल,डिजल या गैस से चलने वाले साधन होते हैं।   सभी वाहन अलग अलग प्रकार के होते हैं,किसी वाहन तीन पहिया तो कोई वाहन दुपहिया या चार पहिये वाले वाहन भी रहते हैं।कुछ वाहन आकाश में उड़ने वाले है तो कुछ पानी में तैरने वाले भी रहते है। VEHICLE(वाहन के प्रकार) वाहन (vehicle) कई प्रकार के होते हैं, 1. कुछ वाहन(vehicle) जो एक स्थान से दूसरे स्थान पर सवारी को ले जाते हैं जैसे -बस ,मोटरसाईकिल,जहाज,साईकिल,कार, जीप आदि। 2. कुछ वाहन(Vehicle)वजनी माल को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने का कार्य करते है। जैसे ट्रेक्टर,ट्रक,लोडिंग वाहन इनके अन्तर्गत आते है। VEHICLE|वाहन को चलाते समय क्या सावधानी रखनी चाहिए। किसी भी वाहन को चलाते समय हमें बहुत सारी बातें है जिन्हें ध

हमसफर कैसा होना चाहिए ? Hamsafar kaisa Hona chahiye

  अच्छा हमसफर कौन बन सकता है ? अच्छा हमसफर जीवन भर साथ दे सके ऐसा होना चाहिए । हर छोटी से छोटी बात पर हमें समझने वाला वह झगड़ा नहीं करने वाला होना चाहिए। हमसफर अच्छा जो हमारी भावनाओं की कद्र करें वो अच्छा हमसफर होता है ।जो बिना कहे ही  हमारी आंखो को पढ़ कर हमारे मन की बात समझ ले वो अच्छा हमसफर होता है। जब भी उसकी याद आये आंखे भर आये वो हमारा सच्चा हमसफर होता है । उसके दूर होने पर जीवन में एक खाली एहसास सा लगने लगे वो अच्छा हमसफर हो सकता है । दिल व मन अपने पास ही रखना चाहे जिसे वो अच्छा हमसफर हो सकता है  । हमारा हम सफर कैसा होना चाहिए ।  जब भी मन मैं प्रश्न आता है कि हमें अपना जीवन साथी कैसे चूनना है या कैसा होना चाहिए?  यह सभी के मन में प्रश्न आते हैं। जिनकी शादी होना बाकी है। मैं आपको कुछ आपके जीवन के साथी के चुनाव के लिए कुछ बाते आपसे साझा कर रहा हूँ । हमारा चुनाव हमेंशा चेहरा देखकर नहीं होना चाहिए । हमारे चयन प्रक्रिया में किसी का चेहरा खुबसुरत देखकर ही हमें उसका सही चयन या चुनाव कहना कुछ समय के लिए बेहतर हो सकता है लेकिन लम्बे समय तक  बने रहने के लिए हमें उसके गुणों का चयन करना