जीवन बीमा
जीवन के साथ व जीवन के बाद या यूं कहे मृत्यु होने के उपरांत भी जो हमारा(परिवार का)साथ देता है वो बीमा कहलता है।बीमा राशि जो व्यक्ति के प्रतिदिन या प्रतिमाह या प्रतिवर्ष की आय का कुश अंश भविष्य के लिए सुरक्षा के रुप में जमा रहता है जो कुछ ब्याज या जिस कंपनी में बीमा कंपनी ने पैसे लगा रखा है उस कंपनी के फायदे का कुछ अंश सब ग्राहको में वितरित होने वाली राशि जो बढ़कर हमें मिलती है ।जो हमारे भविष्य के कार्यों में कुछ सहायक होती है। बीमा जीवन को सुखी व खुशहाली किसी दु:ख के समय में लाने का कार्य भी करता है।
बीमा हमारे लिए क्यों जरुररी है?
बीमा हमारे जीवन के लिए अत्यंत जरुरी होती है।यह हमें जीवन की सुरक्षा प्रदान करता है,हमें जीवन की सुरक्षा प्रदान से हमें जीवन जीने की आजादी की खुशी मिलती है।परिवार में हमेंशा जीवन के लिए बीमाकर्ता के परिवार को अर्थ का सहयोग मिलता है जो अंश के रुप में जमा होकर भविष्य में अत्यधिक राशी होकर होकर एक साथ मिलती है ।जिससे परिवार में आर्थिक तंगी को दूर किया जा सकता है।या फिर बीमा का हमारे जीवन में इसलिए भी महत्व है कि किसी दुर्घटना में हमारी मृत्यु हो जाती है तो हमें जो बीमा की क्लेम राशी पूरा बीमा नहीं भरने के बाद भी परिवार के नामित व्यक्ति को मिल जाती है जिससे एेसे मुसिबत के समय में परिवार की मदद हो जाती है।
बीमा के लाभ
बीमा के कई प्रकार से लाभ होते है।हमारे द्वारा प्राप्त आय को हम हमेंशा सेविंग ना कर पा कर खर्च कर देते हैं।बीमा में एक ये चिज भी अच्छी है कि हमारे द्वारा प्राप्त आय का कुछ अंश थोड़ा थोड़ा करके ज्यादा राशी हो जाती है।ये एक हमारी धनराशी इकट्ठी करने का अच्छा माध्यम है।
किसी दुर्घटना में अगर परिवार के बिमित सदस्य की मृत्यू हो जाती है तो नामित व्यक्ति को धनराशी प्राप्त हो जाती है।
कुछ दुर्घटना मे अगर अंग को नुकसान होता है तो हॉस्पिटल का सारा खर्च बीमा कंपनी उठाती है।
जिससे दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति पर अार्थिक भार नहीं पढ़ता है।वह कर्ज में ना डूब कर उसे आर्थिक रुप से नुकसान नहीं होता है।जिससे परिवार में आर्थिक तंगी नहीं आती है।
बीमा अगर छोटे बच्चों का करवाया है तो शादी की उम्र में उसे एक साथ राशी मिलने से वह शादी के खर्च से होने वाले कर्जे से मुक्ति कुछ हद तक मिलती है।इस प्रकार शादी के समय भी सहायता करता है।
भारतीय जीवन बीमा की बात करते हैं।
मान लेते है मैंने भारतीय जीवन बीमा निगम में अपने बच्चे का बीमा करवाया है ।जिसका नाम शीवम है।हमनें उक्त कार्यालय में जाकर बीमाकर्ता से सम्पर्क किया।सम्पर्क करने पर उसनें LIC की जीवन तरुण-934 स्किम के बारे में बताया ।शीवम बालक 8 वर्ष का था ।17-18 वर्ष में उसका बीमा पूर्ण हो जायेगा।हमें राशि 12 वर्षों तक भरनी है।12 बर्ष के बाद 5-6 वर्ष तक आपको कोई किश्त जमा नहीं करना है फिर भी पॉलिसी आपकी सुरक्षा की ग्यारंटी प्रदान करेगी ।यानी बीमा आपका सतत रहेगा।18 वर्ष पूर्ण होने पर आपको जो बीमें की राशि है एक साथ मिल जायेगी ।सालाना आपको जीवन तरुण स्किम में 14717 रुपये की राशि जमा करवाना है। अगर आप किश्त को छ:माही करवाना चाहते है तो 7437 रुपये हो जायेगी ,ठीक एेसे ही आप अगर तिमाही या मासिक भी करवाना चाहते है तो आपकी किश्त हो जायेगी।जिस प्रकार से आपको भरने में सुविधा हो आप बीमा राशि को भर सकते है।आपके द्वारा कुल 180907 रुपये की राशी जमा करवाना होती है।आपकी मेच्यूरीटी कम्पलिट होने पर आपको 338600रुपये प्राप्त होंगे।बामा की राशी हमें एक साथ जिसके नाम से आप बीमा करवाना चाह रहे है वे एक साथ उसके खाते में जमा हो जाती है।
नामित व्यक्ति क्या होता है?
बीमा करवाते समय यह एक नाम अत्यन्त आवश्यक है जिसे हम नामित व्यक्ति( नोमिनी) कहा जाता है।बीमा धारक को यह निश्चितकर लेना चाहिए कि आप बीमाधारक के साथ जिस व्यक्ति को नामित व्यक्ति बना रहे है यह विश्वसवीय या परिवार का सदस्य ही बनाना चाहिए ।ताकि भविष्य में आप किसी प्रकार से बीमा पूर्णावधी के समय किसी समस्या का सामना ना करना पढ़े।
नॉमिनी में हम हमारी पत्नी या भाई बहिन या माता पिता या बच्चों के नाम भी दर्ज कर सकते है जिससे हमें अगर बीमा धारक के साथ दुर्घटना हो जाती है तो उस स्थिति में उस राशि का उत्तराधिकारी ये नामित व्यक्ति ही होता है।इस लिए सही नामित व्यक्ति का ही चयन करें।
बीमा करते समय क्या क्या सावधानियां रखनी चाहिए?
बीमा धारक को यह निश्चित कर लेना चाहिए कि हमारे द्वारा भरा गया फॉर्म सही तरिके से भरा जाना चाहिए,जैसे हमारे शरीर पर कौन सा निशान है,हमारे परिवार में कितने सदस्य है ,हमारे भाई कितने है,बहिने कितने है,बाल बच्चे कितने है।ये जानकारी आपकी पॉलिसी के लिए महत्वपूर्ण है।आपकी ऊंचाई कितनी है।क्योंकि क्या होता है कि जब बीमा की मेच्यूरिटी तारीख आने के पश्चात अगर आपके गांव या कस्बे में एक ही नाम व पिता के दो व्यक्ति रहते हैं और उस व्यक्ति ने बीमा राशी के लिए क्लेम किया है तो उक्त व्यक्ति की जांच होती है तब जांच में जो आपने फॉर्म भरा है उसका भी मिलान किया जाता है तब वो गलत आदमी पकड़ा जाता है और आपको बीमा की राशी मिल जाती है।अगर हम सही जानकारी नहीं भरते है तो वो दूसरे लोग आपका फायदा उठायेंगे।इसलिए बीमाधारक को ये बातें ध्यान रखना अति आवश्यक है।
बीमा किससे करवाना चाहिए?
आजकल देखने में आता है बहुत सारी कंपनिया इस बाजार में कार्य कर रही है और बहुत सारी कंपनियां कुछ समय चलकर बाजार से गायब हो जाती है जिससे बीमा करने वाले के पैसे डूब जाते है।इसलिए एक विश्वास पात्र और विश्वसनीय एजेॉट व विश्वनीय बीमा कंपनी से ही हमें बीमा करवाना चाहिए ,ताकि हमारा पैसा और हम सुरक्षित रहें। हमें किसी भी प्रकार की झूठी कंपनियों के चक्कर में आकर अपना पैसा बर्बाद नहीं करना हैं।
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