Skip to main content

बिजनेस प्लान कैसे बनाए| Bussiness Plan kaise banaye

 बिजनेस प्लान कैसे बनाए Businesses प्लान बनाने से पहले कुछ बातों का हमे विशेष खयाल रखना चाहिए- सर्वप्रथम तो ये देखना है हम पहले से अगर कुछ छोटा मोटा काम कर रहे है या जैसा भी व्यवसाय कर रहे है, उस बिजनेस ( Bussiness) को बेहतर कैसे बना कते है यानी जो हम कर रहे है उसमे अच्छी सफ़लता क्यों नही मिल रही है हम गलती कहा कर रहे है ये देखना बहुत जरूरी है। एक सबसे बडी बात ये भी आपके व्यवसाय में जब भी आप शुरू करते है उसके आय व्यय का हिसाब आपके पास होना चाहिए,यानी की ये देखना जरुरी है कि आप ने कितने फायदा कमाया या कितना नुकसान गया, कितना उसपर खर्च आया और कितना लास्ट में बचा है,ये देखना बहुत जरुरी है। जिस काम को कर रहे हो या शुरू करना चाहते हो उसमे ये देखना आवश्यक है की उसे हम दुसरे से बेहतर या दूसरों से अलग कैसे कर सकते है या ग्राहक के समक्ष प्रस्तुत कैसे कर सकते है जिससे वो दूसरों से अलग दिखे। व्यवसाय शुरू करने की लिए निजी भवन या बिल्डिंग की जरूरत नही होती है, आप इसके किराए में ही वहा बेहतर कर सकते हो इसलिए ये विचार ना लाए की मेरे पास अच्छी बिल्डिंग नहीं है। बिजनेस ( Bussiness) हमेशा 1000 दिन म

Good Habits(अच्छी आदतें)

 Good habits(अच्छी आदतें) का जीवन पर प्रभाव

हम सामान्य तरह से हमारा जीवन जीते है ,पर हमें प्रभावशाली जीवन जीनें के लिए हमें हमारी आदतों में बदलाव की जरुरत होती है।हमारा जीवन हम किस प्रकार से जी रहे हैं उसमें कुछ ऐसी आदतों को हम जोड़।सकते है जिससे हमारे जीवन में बहुत बढ़ा बदलाव आ सकता है।ऐसी कुछ आदतें है जिन्हें हम सब जानने के बाद भी कर नहीं पाते है ऐसे बदलाव के बारे में आपको बतायेंगे।

10 Good Habbits(10 अच्छी आदतें) कौन कौन सी है ?

1.हमें जीवन में समय बद्धता का विशेष ध्यान रखने की जरुरत है,समय का जीवन में बहुत बढ़ा महत्व है।हमें किसी भी समय पर पहूंचना या जाना है तो समय पर पहूंचने पर ही आप सफल हो जायेंगे।मान लो आप इंटरव्यू के लिए किसी तय समय में पहंचने वाले थे ,वहां समय पर नहीं पहंचने पर आप जिस क्षेत्र में जितने वर्षों से मेहनत कर रहे थे ,या उस क्षेत्र में नौकरी का इंतजार कर रहे थे ,वो सब हाथ से छूट जायेगा,वो सिर्फ समय की वजह से ,इसलिए हर कार्य समय से करें।
2.आप सुबह जल्दी उठिये,व रात को जल्दी सोना सिखिये,जिससे आपको दिन भर ताजगी सा महसूस होगा,आप कभी भी उदास ना रहकर चहरा खिला हुआ दिखेगा,मन मस्तिष्क को अच्छा आराम मिलने से आपकी सोचने की क्षमता का विकास होगा।इसलिए जल्दी उठने व जल्दी सोने की आदत(Habbit) डालना चाहिये।
3.समय निकालकर  योग अवश्य करें,स्वस्थ शरीर के लिए योग या प्रतिदिन दौड़ लगाईये ,या फिर तैरना आता है तो।कभी तैरने अवश्य जाये,क्योंकि तैरना व दौड़ना ऐसी क्रियाएं जिसमें व्यक्ति के पूरे शरीर का व्यायाम हो जाता है।अगर हम फिट नहीं रहेगी या हमारी शरीर फिट नहीं रहेगा ,तो हम उस स्फूर्ति के साथ कार्य नहीं कर सकेंगे।इसलिए फिट रहेंगे हम,तो हमारा कार्य दूगनी ताकत से होगा।
4.हमें सप्ताह में या जब भी समय मिले हमें किताबें अवश्य पढ़ना चाहिए,प्रसिद्ध लोगों की किताबें पढ़ने से हमारे अन्दर ज्ञान का विकास होगा,जिससे हमारे कार्य में प्रगति मिलेगी,क्योंकि व्यवसाय या कोई भी कार्य बीना जानकारी संभव नहीं होता है,इसलिए हमें ज्ञानवर्धक पुस्तकें अवश्य पढ़ना चाहिए,हमें पढ़ने की आदत (Habit) डालना चाहिए।
5.हमें हमेंशा हमारे कार्य के प्रति जवावदेह रहना चाहिये।किसी भी कार्य को मिलने के पश्चात उसमें लापरवाही नहीं करनी चाहिये।कार्य के प्रति रुचि रखकर कार्य को करना चाहिए।
6.हम हमेंशा सिखने की प्रवृति रखना चाहिए,जैसे हम कही जाते हैं या दोस्तों के बीच या वरिष्ठों के बीच अगर हमारी उपस्तिथि है तो हमें जितना हो सके श्रोता बनकर सुनने की आदत (Habit) रखना चाहिये,हम अगर आवश्यकता ना हो तो कम बोलना चाहिए,क्योंकि जो उसके पास जानकारी नहीं है वो आप ज्यादा बोल कर उसे तो सिखा दोगे,पर उसके पास जो जानकारी है आप कैसे सिख पाओगे,इसलिए सुनने की या अच्छा श्रोता होने की आदत (Habit) डालिये।
7.हमें बड़ो का सम्मान करना चाहिये,हमें हमारे कार्यक्षेत्र में अगर बड़ो का सम्मान करना सिखोगे तो आप का भविष्य का सफर और कार्य और पद में उन्नति के अवसर ज्यादा रहेंगे।,ये आदत आपके निजि जीवन में सम्मान का पात्र बनायेगी,जिससे आपके अन्दर सुख में बड़ोतरी होगी।
8.हमे जीवन में किसी भी परिस्थितियों में मुस्कुराना नहीं छोड़ना चाहिए,हमारे जीवन में किसी भी प्रकार की समस्या आ जाये फिर भी चेहरे पर मुस्कान होना चाहिए ,हमारे जीवन की आधे से ज्यादा समस्याओं का समाधान वैसे ही हो जायेगा।इसलिए जीवन में हमेंशा सुख हो या दु:ख मुस्कुराने की आदत (Habit)  रखना चाहिए।
9.हमारी संगत अच्छे लोगों के साथ होनी चाहिए,जीवन के बदलाव में हम सब कर लेंगे अगर ये आदत या अच्छे लोगो के साथ रहने की आदत(habit) नहीं रखी  तो, हम गलत लोगों की संगत में चले जाते है,जिससे हमें नुकसान होता है।हम उनके जैसा सोचने लगते है उनके जैसी सोच होगी तो हम कभी जीवन में सफल नहीं होंगे।
10. हमें खूद एक ब्रांड समझ कर कार्य करना होगा ,जीवन में ये कभी नहीं सोचे कि मैं कमजोर हूं या मुझसे सब महान है अगर आप स्वयं की ताकत समझ गये तो आपकी व आपके कार्यों का प्रचार प्रसार करने की जरुरत नहीं होगी,जैसा आप ने देखा होगा , BMW,jaguar,जैसी कार कंपनियों के कभी विज्ञापन टीवी पर नहीं आते हैं क्यों कि कंपनी को ये पता रहता है कि इसको खरीदने वाले के पास इतना टाइम नहीं होगा के वो बेठ कर इस का विज्ञापन देख सके।इसलिए स्वयं को ब्रांड बनाने के लिए आदत डालिये।

 Good habits And bad habits(अच्छी आदतें व बुरी आदतें)

जीवन में किसी ना किसी व्यक्ति के पास किसी ना किसी प्रकार की अच्छी या बूरी आदते रहती है।जीवन में सही लक्ष्य व सही दिशा में अग्रसर होने के अच्छी आदतों(good habits) का अनुसरण करना होगा।बूरी आदतें(bad habits)  जीवन व परिवार को विनाश व समाप्ति की ओर ले जाती है ।इसलिए जीवन में हमें अच्छी आदतों का अनुसरण करना चाहिए।

हमारा ब्लॉग कैसा लगा कमेंट करके जरुर बताये,आप किस प्रकार के लेख पढ़ना पसन्द करते है ,कमेंट करके अवश्य बताये।

Comments

Popular posts from this blog

सेमिनार क्या होता है? Seminar Kya Hora H ?

 सेमिनार क्या होता है ? एक ऐसे अनुभवी व्यक्ति या व्यक्तियों के समुह द्वारा ऐसा आयोजन जिसमें किसी एक विषय को लेकर बुलाये गये व्यक्ति को उस विषय की समझ करवाने का कार्य जिस जगह होता है उसे सेमिनार कहा जाता है। जैसे आप एक विद्यार्थी हो और आपको आपके भविष्य को बेहतर बनाने के लिए एक आयोजन किसी व्यक्ति विशेष या संस्था के द्वारा रखा जाता है जिसमें अच्छे व्यक्ति को बुलाकर आपको भविष्य कैसे उज्जवल किया ये जानकारी दी जाती है तो इस पुरे आयोजन को ही सेमिनार कहा जाता है। सेमिनार में आप अच्छा सिख सकते हैं।जिससे आप जिस क्षेत्र में कार्य रत है उस क्षेत्र में बेहतर करने की ऊर्जा आपको मिल जाती है। सेमिनार के लाभ क्या है ? सेमिनार के बहुत सारे लाभ होते हैं। 1. सेमिनार में जाने से हमारे अन्दर ऊर्जा का संचार होता है। 2. सेमिनार आपके सभी संशय को दूर कर देता है। 3. इसके माध्यम से आपके भविष्य के कार्य की राह आसान हो जाती है। 4. यह आपके जीवन को सही दिशा में ले जा सकते हैं। 5. जो जीवन में असंभव रहता है उसे संभव बनाया जा सकता हैै। सेमिनार का महत्व  सेमिनार में हमारी उपस्थिति होने के कारण हम इतना कुछ सिख जाते हैं जि

वाहन किसे कहते हैं ?Vahan kise kahte h

 vehicle|वाहन किसे कहा जाता है। जो किसी वस्तु या शरीर को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने में सहयोग प्रदान करते हैं,वाहन कहलाते है।वाहन का उपयोग सामान्यत: व्यक्ति किसी जगह जाने के लिए या फिर किसी वस्तु को कही पर जो व्यक्ति की क्षमता से कही गुना ज्यादा वजन को कही पर भी कुछ ही समय में पहूंचाता है।वाहन बहुत ही उपयोगी साधन है।यह सामान्यत: पेट्रोल,डिजल या गैस से चलने वाले साधन होते हैं।   सभी वाहन अलग अलग प्रकार के होते हैं,किसी वाहन तीन पहिया तो कोई वाहन दुपहिया या चार पहिये वाले वाहन भी रहते हैं।कुछ वाहन आकाश में उड़ने वाले है तो कुछ पानी में तैरने वाले भी रहते है। VEHICLE(वाहन के प्रकार) वाहन (vehicle) कई प्रकार के होते हैं, 1. कुछ वाहन(vehicle) जो एक स्थान से दूसरे स्थान पर सवारी को ले जाते हैं जैसे -बस ,मोटरसाईकिल,जहाज,साईकिल,कार, जीप आदि। 2. कुछ वाहन(Vehicle)वजनी माल को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने का कार्य करते है। जैसे ट्रेक्टर,ट्रक,लोडिंग वाहन इनके अन्तर्गत आते है। VEHICLE|वाहन को चलाते समय क्या सावधानी रखनी चाहिए। किसी भी वाहन को चलाते समय हमें बहुत सारी बातें है जिन्हें ध

हमसफर कैसा होना चाहिए ? Hamsafar kaisa Hona chahiye

  अच्छा हमसफर कौन बन सकता है ? अच्छा हमसफर जीवन भर साथ दे सके ऐसा होना चाहिए । हर छोटी से छोटी बात पर हमें समझने वाला वह झगड़ा नहीं करने वाला होना चाहिए। हमसफर अच्छा जो हमारी भावनाओं की कद्र करें वो अच्छा हमसफर होता है ।जो बिना कहे ही  हमारी आंखो को पढ़ कर हमारे मन की बात समझ ले वो अच्छा हमसफर होता है। जब भी उसकी याद आये आंखे भर आये वो हमारा सच्चा हमसफर होता है । उसके दूर होने पर जीवन में एक खाली एहसास सा लगने लगे वो अच्छा हमसफर हो सकता है । दिल व मन अपने पास ही रखना चाहे जिसे वो अच्छा हमसफर हो सकता है  । हमारा हम सफर कैसा होना चाहिए ।  जब भी मन मैं प्रश्न आता है कि हमें अपना जीवन साथी कैसे चूनना है या कैसा होना चाहिए?  यह सभी के मन में प्रश्न आते हैं। जिनकी शादी होना बाकी है। मैं आपको कुछ आपके जीवन के साथी के चुनाव के लिए कुछ बाते आपसे साझा कर रहा हूँ । हमारा चुनाव हमेंशा चेहरा देखकर नहीं होना चाहिए । हमारे चयन प्रक्रिया में किसी का चेहरा खुबसुरत देखकर ही हमें उसका सही चयन या चुनाव कहना कुछ समय के लिए बेहतर हो सकता है लेकिन लम्बे समय तक  बने रहने के लिए हमें उसके गुणों का चयन करना