लक्ष्य(Aim) कैसे प्राप्त कर सकते हैं? Laksh Kya Hota H ?
लक्ष्य(Aim) को प्राप्त करने के लिए हमें समय सारणी बनाकर उसी के अनुसार सोना है,उसी के अनुसार खाना है ,उसे के अनुसार जगना है,उसी के अनुसार सोचना है,जो तय कार्य करते हैं उन्हें इन्ही सब या यूं कहे योजना बनाकर योजना बद्ध तरिके से किया गया कार्य लक्ष्य(Aim) को प्राप्त करवा सकता है।हम जैसा कार्य करते हैं उनसे कुछ बड़ा सोचकर ही उसी कार्य को करना चाहिए,जब हम किसी कार्य को करना प्रारंभ करते हैं तो ये कभी नहीं सोचना चाहिए के कही ये पुरा नहीं होगा तो क्या होगा? हम अगर कार्य में असफल भी होते हों तो पुन:उस विफल कार्य से सिख लेकर फिर से प्रारंभ कर देते ,पिछली गलतियों से सिख लेकर हम कुछ नया सिख कर कार्य करना प्रारंभ करते है तो हम लक्ष्य(Aim) को आसानी से हासिल कर सकते हैं।
असफलता मिलेगी मिलने दें उसकी चिंता नहीं करना चाहिए,सफलता के के समस्या जरुरी है क्योंकि जितनी आपकी समस्याएं होगी,आपका कार्य भी उतना ही बढ़ा होगा।और सफलता भी उतनी बढ़ी होगी।।
लक्ष्य(Aim) निर्धारण कैसे करें?
लक्ष्य(Aim) को प्राप्त कौन कर सकता है?
लक्ष्य(Aim) को प्राप्त वही व्यक्ति कर सकता है जिसने सिढ़िया चढ़ना प्रारंभ कर दी हो ,वह पिछे मुड़कर नहीं देखता है कि पिछे क्या हो रहा है बस उसे सामने उसकी मंजील दिखाई देती है।उसी की ओर आगे बढ़ते हुए प्रयत्न करता रहता है। बीच बीच में कई बार ऐसी समस्याएं आ जाती है जिससे उनके मन में विचलित होने जैसी स्तिथि उत्पन्न हो जाती है,जब वहां व्यक्ति विचलित ना होकर अपने कार्य को निरन्तर रखता है तो वह जीवन में कभी निराश ना होकर अपने लक्ष्य(Aim) को प्राप्त कर लेता है।
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