जीवन को बेहतर बनाने के तरीके दुनिया में हर व्यक्ति चाहता है की उसका जीवन बेहतर हो अच्छा हो, उसके जीवन में किसी प्रकार की कोई कमी ना रहे, उसे हर खुशी मिले , यह हर व्यक्ति की सोच रहती है। अब सबसे महत्त्वपूर्ण ये है की हम इन सब को कैसे अच्छा कर सकते है, या जीवन को कैसे बेहतर बना सकते है। बेहतर जीना है तो हमे अपनी सोच बदलकर शुरुआत करनी चाहिए। हमारा स्वभाव ऐसा होता है कि हम अपने से ज्यादा पैसे वाले, अपनो से ज्यादा सुंदर या जो चीज़ हमारे पास नहीं है और वो चीज़ दुसरे के पास है या हमसे ज्यादा है या हमसे अच्छी है, तो हमारे मन में ये विचार चलते रहते है की हमारे पास ये नहीं इसके पास ये है,इस विचार से हम दुःखी या मन में अच्छा फील नहीं करने लगते है, तो इसके लिए हमे ये चाहिए कि हम इस प्रकार की तुलना या सोच ना रखते हुए ये विचार रखें कि जो हमारे पास है हम उसमे ही खुश है। जो है हमारे पास पर्याप्त है। तो हम थोड़ा तनाव मुक्त होकर अच्छा अनुभव करेंगे। यही तो बेहतर जीवन है दोस्तों। जीवन में बदलाव कैसे लाए जीवन में कुछ बढ़ा या अच्छा करना हो तो जैसे पहले जीवन चल रहा था, उसने बदलाव की जरूरत है। जीवन
Panghat || पनघट क्या होता है ?
ग्रामीण क्षेत्रों में आज पानी भरने के लिए औरते सुबह सुबह पानी भरने के लिए एक हाथ में बड़ी सी रस्सी व एक हाथ में स्टील का घड़ा व चवरी (बड़ा पात्र ) लेकर गांव के समीप कुआ या बावड़ी रहती है वहां पर जाती है।वहां पर रस्सी के माध्यम से पानी बावड़ी या कुई से बाल्टी की सहायता से खिंचती हैं ।जिस जगह खड़ी रहकर पानी खिचती है ,उस स्थान को या उस जगह को पनघट बोला जाता है।
Panghat || प्राचीन समय में पनघट कैसे होते थे ?
प्राचीन काल में बनाये पनघट पर आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाएं पानी भरती है और अब मोटर पंप अत्यधिक मात्रा में सिंचाई के लिए करने लगे है तो अब थोड़ा सा कुए का आकार बदल दिया गया है। प्राचीन समय में पनघट निर्माण में पत्थरों व चूना पत्थर का प्रयोग किया जाता था उसी के माध्यम से उसका निर्माण होता था ।साथ ही बड़े आकार की पत्थर की पतली स्लाईड जैसी पट्टी को काटकर रखा जाता था,व मजबूत नीचे सहारे के लिए भी पट्टी का लगाई जाती थी। व वहां पर खड़े रहकर महिलाएं पानी भरने का कार्य करती है।
Panghat || पनघट की पणहारन (पणहारी ) किसे कहा गया हैं?
जब पनघट पर महिलाएं अपनी देशी वेष भूषा में पानी भरने जाती है तो वे अपनी वेषभूषा के माध्यम से सभी को कुछ लोक लुभावनी लगती है।जिसके कारण उनको पनघट की पणहारन बोला जाता है।मतलब की जो महिलाएं पानी भरने जाती हैं ,उन्हें ही पणहारी बोला जाता है।
Comments
Post a Comment