दो दिलों का रिश्ता कैसा होना चाहिए दो दिलों का रिश्ता डाली और फूल सा होता है, फूल टूट जाय तो डाली सुखी लगती है, फूल खिल जाय तो वही डाली खुबसुरत लगने लगती है, उसी प्रकार रिश्ते में भी दोनों दिलों का महत्व होता है एक ओर से निभाने वाले दिल के रिश्ते कभी ज्यादा नहीं चल पाते है क्योंकि वो दिल से नही दिमाग से निभाए जाते थे। इसलिए दो दिलों का रिश्ता ऐसा मजबूत होना चाहिए कि एक के बिना दुसरे का काम नही चल सकता है। दो दिलों का रिश्ता एक खूबसूरत एहसास है जब रिश्तों को किसी प्रकार से तोलने का प्रयास करोगे तो कभी आप बराबर तोल नही पाओगे क्योंकि ये रिश्ते एहसास से नापे जाते है, एहसास ही वो चीज़ है जिससे आपके रिश्ते की मजबूती पता चलती है।
तैरने के फायदे क्या क्या होते हैं?
- तैरने से व्यक्ति का शरीर स्वस्थ रहता है।
- तैरने से शरीर के अन्दर योग की बहुत सारी क्रियाएं हो जाती है,जिससे हमें शारीरिक लाभ प्राप्त होता है।
- फेफड़े संबंधित फायदा भी तैरने से होता है। तैरने से सांस भूलने जैसा होता है जिससे फेफड़े अच्छे से कार्य करते हैं।
- तैरने से हमारे शरीर के लगभग प्रत्येक अंग का व्यायाम हो जाता है।
- शरीर के लिए बेहतर है कि हमें कभी कभी तैरना चाहिए।जिससे शरीर के प्रत्येक अंग का व्यायाम आसानी से हो सके।
- तैरने से हाथ ,पैर ,पंजा ,हथैली ,उंगलिया ,फेफड़े ,घूटने ,कमर,कोहनी ,आंखे आदि का व्यायाम हो जाता है।
- तैरने से सांस संबंधित समस्याएं भी कम होती है।
- तैरने के लिए हम कुआ,तालाब,नदि या स्विमिंग पुल का उपयोग कर सकते हैं।
- कही पर भी तैरने सिखने के लिए हमें हमेंशा ट्रेनर को साथ रखना चाहिए,ताकि हमें किसी प्रकार की घटना का सामना ना करना पढ़े।
Comments
Post a Comment