बिजनेस प्लान कैसे बनाए Businesses प्लान बनाने से पहले कुछ बातों का हमे विशेष खयाल रखना चाहिए- सर्वप्रथम तो ये देखना है हम पहले से अगर कुछ छोटा मोटा काम कर रहे है या जैसा भी व्यवसाय कर रहे है, उस बिजनेस ( Bussiness) को बेहतर कैसे बना कते है यानी जो हम कर रहे है उसमे अच्छी सफ़लता क्यों नही मिल रही है हम गलती कहा कर रहे है ये देखना बहुत जरूरी है। एक सबसे बडी बात ये भी आपके व्यवसाय में जब भी आप शुरू करते है उसके आय व्यय का हिसाब आपके पास होना चाहिए,यानी की ये देखना जरुरी है कि आप ने कितने फायदा कमाया या कितना नुकसान गया, कितना उसपर खर्च आया और कितना लास्ट में बचा है,ये देखना बहुत जरुरी है। जिस काम को कर रहे हो या शुरू करना चाहते हो उसमे ये देखना आवश्यक है की उसे हम दुसरे से बेहतर या दूसरों से अलग कैसे कर सकते है या ग्राहक के समक्ष प्रस्तुत कैसे कर सकते है जिससे वो दूसरों से अलग दिखे। व्यवसाय शुरू करने की लिए निजी भवन या बिल्डिंग की जरूरत नही होती है, आप इसके किराए में ही वहा बेहतर कर सकते हो इसलिए ये विचार ना लाए की मेरे पास अच्छी बिल्डिंग नहीं है। बिजनेस ( Bussiness) हमेशा 1000 दिन म
मर्द का महिला के प्रति सोचने का नजरिया कैसा हो
मर्द इतना मजबूत और आपके सपनों को पूरा करने के लिए अपने सपनो का गला घोट देता है, जैसा की आम तौर पर महिलाओं की धारणा रहती है कि मर्द या पति से जब भी बात होती हैं हमेशा यही सुनने में आता है, आपने मेरे लिए क्या किया है, आपको मेरे लिए कुछ नहीं मिलता है, आप तो रोज घूमते रहते हो, रोज कही ना कही जाते रहते हो, मेरे लिए समय नहीं है, मेरे लिए चीजे लाने के लिए पैसे नही मिलते है, ना जाने क्या क्या प्रतिदिन होने वाली चर्चा घर में अशांति तो पैदा होती है ही परंतु अपने कभी सोचा एक पुरुष कितना कुछ अपने मन में, अपने सपनो को आपके सपनों को पूरा करने के लिए मन में दबा देता है।
मर्द को समझने का प्रयास करिए, उसके मन में क्या चल रहा है, या वो ऐसा क्यों कर रहा है, वो किस कारण से आपको जवाब नहीं दे पा रहा है समझने का प्रयास करिए। मर्द बहुत खुबसूरत वो चीज है जो आपके समझने पर आपके रिश्ते में जो समझोता चल रहा होता है वो असल रिश्ते में उस अनुभव के साथ चलने लगाता है
मर्द को दर्द होता है वो जाहिर नहीं करता है
रिश्ते जब निभाए जाते है उसमे पुरुष का भी बहुत योगदान रहता है, आप कहते है इतना कहने पर भी आपको कोई फर्क नहीं पड़ता है आपको कोई चिंता नहीं है मेरी , असल में यह सत्य नहीं होता है, आपकी खुशियों के लिए वो सुबह से शाम तक आपके लिए पसीना बहाता है, उसकी खुशियों को छोड़ कर आपके लिए पहले कुछ लेता है, जब आप साथ रहते हो और कुछ अगर आप खरीदते हो और साथ में आप यह कहते हो की आपके भी ले जीजिए न कुछ तब वो पुरुष ही है जो हंस कर आपको दिलवाकर यह कह कर कुछ खरीदते नहीं है कि में बाद में ले लूंगा, क्युकी उसी मर्द को पता है आज यहां खर्च कर दुआ कल इनकी जरूरत फिर है कल क्या करूंगा वो पुरुष ही होता है।
रिश्ते को निभाना उस पुरुष से बेहतर कोई हो ही नहीं सकता जिसने इतने सुनने के बाद भी आपकी सारी इच्छाओं की पूर्ति करता है, कितनी ही मजबूरी में क्यू ना हो वो कभी जाहिर नहीं करता है में कैसे कहूं, उस बात को अपने सीने में दबा लेता हु, मेरा परिवार कितना खुश है कितनी ही तकलीफे क्यू ना आ जाए कभी जाहिर नहीं करता हु,में वो ही मर्द हु आपकी हर इच्छा पूरी करता हु,उसे समझने का प्रयास करिए ये पुरुष बहुत खुबसूरत दिल वाला है इसे पहचानने की कोशिश करिए।
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