बिजनेस प्लान कैसे बनाए Businesses प्लान बनाने से पहले कुछ बातों का हमे विशेष खयाल रखना चाहिए- सर्वप्रथम तो ये देखना है हम पहले से अगर कुछ छोटा मोटा काम कर रहे है या जैसा भी व्यवसाय कर रहे है, उस बिजनेस ( Bussiness) को बेहतर कैसे बना कते है यानी जो हम कर रहे है उसमे अच्छी सफ़लता क्यों नही मिल रही है हम गलती कहा कर रहे है ये देखना बहुत जरूरी है। एक सबसे बडी बात ये भी आपके व्यवसाय में जब भी आप शुरू करते है उसके आय व्यय का हिसाब आपके पास होना चाहिए,यानी की ये देखना जरुरी है कि आप ने कितने फायदा कमाया या कितना नुकसान गया, कितना उसपर खर्च आया और कितना लास्ट में बचा है,ये देखना बहुत जरुरी है। जिस काम को कर रहे हो या शुरू करना चाहते हो उसमे ये देखना आवश्यक है की उसे हम दुसरे से बेहतर या दूसरों से अलग कैसे कर सकते है या ग्राहक के समक्ष प्रस्तुत कैसे कर सकते है जिससे वो दूसरों से अलग दिखे। व्यवसाय शुरू करने की लिए निजी भवन या बिल्डिंग की जरूरत नही होती है, आप इसके किराए में ही वहा बेहतर कर सकते हो इसलिए ये विचार ना लाए की मेरे पास अच्छी बिल्डिंग नहीं है। बिजनेस ( Bussiness) हमेशा 1000 दिन म
ज्ञान का विकास कैसे करें?
ज्ञान का विकास किसी भी परिस्थिति में तुरंत नहीं हो सकता है। ज्ञान निरंतर सीखने की एक शक्ति है जिसे जितना हम बाटते है, उतना बढ़ता जाता है। इस लिए ये सोचना या सोच लेना मै तो एक महीने या एक साल में सब कुछ सीख कर ज्ञान में परिपूर्ण हो सक्ता हूं तो ये मूर्खता होगी।
ज्ञान का विकास सतत सीखने की प्रक्रिया है जो धीरे धीरे अनुभवों के आधार पर बड़ता जाता है। इसके विकास के क्रम को बढ़ाने के लिऐ हमे निरंतर नित नए कार्य या जिस क्षेत्र में हम सीखना चाहते है उस क्षेत्र में निरंतर प्रयास करते रहना होगा तभी हम हमारे ज्ञान का विकास कुछ हद तक कर पायेंगे। क्योंकि यह कहना तो गलत होगा की मेरे ज्ञान का विकास हो चुका है, क्योंकि यह जीवन पर्यंत सीखने और निरंतर सीखत चलने वाला ज्ञान है जिसे कभी पूर्ण नहीं माना जा सक्ता है।
ज्ञान बढाने के लिए क्या करना चाहिए?
ज्ञान को बढ़ाने के लिए सबसे पहले हमारा शांत स्वभाव चाहिए, कहने का तात्पर्य है की जो व्यक्ती अत्यधिक बोलते है, या दुसरे की सुनना पसंद ना करके अपनी बात का बखान करते रहते है, ज्यादा गुस्सा या बात बात पर गुस्सा करते है, ऐसे व्यक्ती कभी भी सही सीख नहीं ले सकते है, या ऐसा कह सकते है उनके ज्ञान का विकास अधिक नहीं हो पाता है। इसलिए अधिक ज्ञान की वृद्धि के लिए एकांत में कुछ समय दिन में से जरुर निकालिए, और सुनने के आदत डालिए, जहा आप एक अच्छे श्रोता बन जायेंगे वही आप ज्ञान की वृद्धि या आपकी सोचने समझने की शक्ति बड़ जायेगी। हमे तनाव पूर्ण जीवन होने पर भी अपने मन पर भारी बोझ जैसा अनुभव मत करिए, किसी भी परिस्थिति में उलझने की बजाय परिस्थितियों से कैसे निकला जाय ये उपाय निकालिए आपकी तार्किक शक्ति का विकास होने लगेगा।
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